गो कृपा अमृतम तथा नेपियर घास पर विशेष प्रशिक्षण शिबीर (नि शुल्क)

शिबीर: शनिवार: 06/05/2023, समय: सुबह 10 से 5 बजे तक
संपर्क : 9316746990, 7487064395, 6351000349
शिबिर में आने के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें या ऊपर दिए गए नंबर पर संपर्क करे
गौ कृपा अमृतम (बेक्टीरियल कल्चर)
गो-कृपा अमृतम प्राकृतिक पंचगव्य और अन्य जड़ी-बूटियों के उपयोग से बनाया गया बेकटेरियल कल्चर है, जो हमारे विस्तृत अनुसंधान और परीक्षण का परिणाम है। यह कल्चर बंसी गीर गोशाला द्वारा किसानों को निःशुल्क दिया जा रहा है।
वेदों में स्पष्ट रूप से कहा गया है की जैसी गोमाता की स्थिति वैसी हमारी स्थिति। हमारे गुरुदेव भी स्पष्ट रूप से कहते थे की जब तक गाय और किसान दुखी हैं तब तक देश कभी खुश नहीं रह सकता। बहुत विचार, अनुसंधान और परीक्षण के बाद, गुरु , गोविंद और गोमाता के आशीर्वाद से , हमने एक बहुत ही सरल और सस्ती पद्धति विकसित की है। हमारा विश्वास है कि यह पद्धति किसी भी किसान को आत्म-सम्मान के साथ सफलतापूर्वक खेती करने में सक्षम बनाएगी। इस विधि को गोमाता के प्रसाद यानि गो-कृपा अमृतम बेकटेरियल कल्चर की मदद से संभव बनाया गया है।
गो-कृपा अमृतम के लाभ (संक्षिप्त में) -
१) धरती में मित्र सुक्ष्म कीटाणुओं का संचार होता है - वनस्पति की रोग प्रतिकारक शक्ति और गुणवत्ता बढ़ती है।
२) वनस्पति को धरती, गोमय और गोमूत्र से पोशक तत्व सरल सुपाच्य स्वरुप में उपलब्ध होते है और केचुओं की वृद्धि होती है।
३) धरती अधिक नरम बनती है - बारिश का पानी अधिक सोख लेती है - धरती में भूजल का प्रमाण बढ़ता है।
४) किसान कम से कम खर्च कर के स्वाभिमान से गौ आधारित खेती कर सकता है।